संगति से उन्नति

अच्छे लोगों की संगति से सफलता प्राप्त की जा सकती है | Motivational

Importance of companionship self motivation in Hindi

bad Company effect A bad friend always has a tendency of being selfish as well as rude to others.बुरे लोगो की संगति हमारे लिए नुकसान दायक होती है। They have no hesitations in utilizing other people for their own benefits.संगति मे उन्नति छिपी होती है अगर संगति अच्छी है तो उन्नति संभव है

यदि आप अपने जीवन मे कामयाब होना चाहते हैं तो उसके लिए आप ऐसे लोगो की संगति मे रहें जो आप से ज्यादा काबिल हैं आप से ज्यादा बुद्धिमान हैं अर्थात वो व्यक्ति हर क्षेत्र मे आप से बेहतर होना चाहिए। उच्च कोटि के विचार रखने वाले लोगों की सानिध्य मे रहने से आप भी उनके विचारों को अपने अंदर धारण करने लगते हैं।

दुनिया के मशहूर Businessman, investor - Warren Buffett जी कहते हैं-

“समय ऐसे लोगों के साथ बिताएं जो आप से बेहतर हों, सहयोगी ऐसे बनाएं जिनका व्यवहार आपसे अच्छा हो, और फिर आप आगे बढ़ते चले जायेंगे।”

संगति को लेकर बुद्धिजीवियों ने बहुत कुछ बताया है जिसकी जैसी संगति होती है उसकी वैसी सोंच हो जाती है। बुद्धिमान व्यक्ति के साथ रहकर मूर्ख व्यक्ति भी बुद्धिमान हो जाता है और मूर्खों की संगति मे रहकर एक बुद्धिमान इंसान मूर्खतापूर्ण कृत्य करने लगता है।

हर व्यक्ति के जीवन में कोई न कोई लक्ष्य होता है और वह कामयाब होना चाहता है अगर सफलता के संदर्भ मे बात की जाय तो यहाँ भी संगति का महत्व है। भले ही आप किसी भी क्षेत्र से संबंध रखते हो संगति का असर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप मे सभी पर पड़ता है।

संगति से उन्नति: संगति मे उन्नति छिपी होती है अगर संगति अच्छी है तो उन्नति संभव है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप ने खुद से बेहतर व्यक्ति कि संगति कर ली और अब आप को कुछ करना ही नहीं पड़ेगा।

प्रेरणादायक घटना एक व्यक्ति बहुत अधिक धूम्रपान करता था वह खुद इस बात को मानता था लेकिन वह धूम्रपान कि आदत छोड़ नहीं पा रहा था जहां उसकी दुकान थी उसके बगल मे ही एक जिम खुल गया। जिम के मालिक से उसकी काफी गहरी दोस्ती हो गई। जब दुकान से फुर्सत मिलती दोनों बाहर बैठकर बाते किया करते। वह व्यक्ति जिम के मालिक की काफी इज्जत करने लगा था। जब वह व्यक्ति जिम मालिक के साथ होता तो वह खुद को बेहतर दिखाने की कोशिश करता और तलब लगने के बाद भी सिगरेट नहीं पीता । कुछ दिनो बाद संगति का असर यह हुआ कि धीरे-धीरे उसकी धूम्रपान की आदत छूट गई। जबकि जिम के मालिक ने धूम्रपान की आदत को लेकर उस व्यक्ति से कभी कोई बात नहीं की और ना ही उसे कभी टोका जिम मालिक अपनी सेहत को लेकर हमेशा सजग रहता था और इन्ही सब चीजों का असर उस व्यक्ति पर पड़ने लगा।

यहाँ अच्छी संगति की वजह से दबाव और प्रभाव ने अपना काम किया चूंकि वह जिम के मालिक की काफी इज्जत करता था जिसकी वजह से कहीं ना कहीं उसके अंदर खुद को बेहतर करने की कोशिश जागृत हुई। अपनी बुरी आदत को छोड़ने के लिए संघर्ष उसे ही करना पड़ा और वह इस संघर्ष मे कामयाब हुआ।

इंसान अपनी संगति से जाना जाता है। हमारी जैसी संगति होगी वैसी ही सोंच हमारे अंदर उपजेगी इसका असर हमारे व्यवहार पर होता है। किसी व्यक्ति का आचरण उसके व्यवहार में झलकता है। किसी व्यक्ति के लिए उन्नति का मार्ग सिर्फ अच्छी संगति से निर्मित होता है। इसलिए अच्छे लोगों की संगति करके हम खुद को बेहतर बना सकते हैं।